श्रृंगार गीत (Shringar Geet) 1
दुल्हन की सुंदरता
उपन्यास: दुल्हन की सुंदरता की प्रशंसा करते हुए दुल्हे अपने प्यार को व्यक्त करते हैं।
1 श्रेष्ठगीत जो सुलैमान का है।
2वह अपने मुँह के चुम्बनों से मुझे चूमे!
3तेरे भाँति-भाँति के इत्रों का सुगन्ध उत्तम है,
4मुझे खींच ले; हम तेरे पीछे दौड़ेंगे।
5हे यरूशलेम की पुत्रियों,
6मुझे इसलिए न घूर कि मैं साँवली हूँ,
7हे मेरे प्राणप्रिय मुझे बता,
8हे स्त्रियों में सुन्दरी, यदि तू यह न जानती हो
9हे मेरी प्रिय मैंने तेरी तुलना
10तेरे गाल केशों के लटों के बीच क्या ही सुन्दर हैं,
11हम तेरे लिये चाँदी के फूलदार सोने के आभूषण बनाएँगे।
12जब राजा अपनी मेज के पास बैठा था
13मेरा प्रेमी मेरे लिये लोबान की थैली के समान है
14मेरा प्रेमी मेरे लिये मेंहदी के फूलों के गुच्छे के समान है,
15तू सुन्दरी है, हे मेरी प्रिय, तू सुन्दरी है;
16हे मेरी प्रिय तू सुन्दर और मनभावनी है
17हमारे घर के धरन देवदार हैं