भजन - Bhajan 54

विरोध के दौरान भगवान पर भरोसा।

प्रसंग: प्रार्थनाओं की भूमिका में प्रसिद्ध पद्मों की 54वीं भगवदगीता दुश्मनों से मुक्ति की प्रार्थना है। डेविड ने भगवान में अपना विश्वास व्यक्त किया है, जो उसकी सहायक और संभालनेवाला है। उसने भगवान को अपने दुश्मनों से उसके जीवन को लेने की कोशिश कर रहे हैं उसे बचाने के लिए पुकारा है। चिंताजनक परिस्थितियों में भी, डेविड भगवान की वफादारी में और उसके निश्चय में विश्वास रखते हैं कि भगवान उसे उद्धार करेंगे।

1हे परमेश्‍वर अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर,

2हे परमेश्‍वर, मेरी प्रार्थना सुन ले;

3क्योंकि परदेशी मेरे विरुद्ध उठे हैं,

4देखो, परमेश्‍वर मेरा सहायक है;

5वह मेरे द्रोहियों की बुराई को उन्हीं पर लौटा देगा;

6मैं तुझे स्वेच्छाबलि चढ़ाऊँगा;

7क्योंकि तूने मुझे सब दुःखों से छुड़ाया है,