भजन - Bhajan 3

भगवान की सुरक्षा में विश्वास

प्रस्तावना: प्रार्थनाशास्त्र के तृतीय अध्याय में, दाऊद ने महासंकट और अनिश्चित समय में प्रभु में अपने भरोसे और विश्वास को व्यक्त किया। अपने शत्रुओं की धमकियों और हमलों के बावजूद, दाऊद ने परमेश्वर की अटल प्रेम और मुक्ति पर भरोसा किया था जिससे उसे संरक्षित रखा गया। उसने घोषित किया कि प्रभु उसका ढाल और आशा का स्रोत था, और अंततः, उसे भय नहीं होगा।

1हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं!

2बहुत से मेरे विषय में कहते हैं,

3परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है,

4मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ,

5मैं लेटकर सो गया;

6मैं उस भीड़ से नहीं डरता,

7उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले!

8उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है;