ज़ेमिरा की कहानी

जेमिरा एक धार्मिक आलेख में उल्लिखित बाइबिलीय व्यक्ति थे। वे यहूदा के राजा जेहोशाफात के बेटे और साम्राज्य जेहोराम के भाई थे। जेहोशाफात के तीसरे पुत्र थे और उनकी बुद्धिमत्ता और न्याय के लिए जाने जाते थे। जेमिरा को अपने पिता ने यहूदा के दक्षिणी हिस्से का शासक बनाया था। उनके न्याय और धर्म के लिए उन्हें जाना जाता था, और उन्हें यहूदा के लोगों द्वारा सम्मानित किया जाता था। उनके उदारता और दयालुता के लिए उन्हें जाना जाता था, और जाना जाता था कि उन्होंने गरीबों को उचित रूप से दान दिया। जेमिरा को भी उनकी सैन्य क्षमता के लिए जाना जाता था। उन्होंने फिलिस्तीनियों के खिलाफ युद्ध में यहूदा की सेना का नेतृत्व किया और उन्हें पराजित किया। उन्हें उनके राजनैतिक कुशलताओं के लिए भी जाना जाता था, और उन्होंने फिलिस्तीनियों के साथ एक शांति संधि करने में सफलता पाई। जेमिरा अपनी बुद्धिमत्ता और न्याय के लिए सबसे अधिक जाने जाते थे। वे एक बुद्धिमान और न्यायनिष्ठ शासक थे, और उन्हें यहूदा के लोगों के द्वारा सम्मानित किया गया था। उनके उदारता और दयालुता के लिए उन्हें जाना जाता था, और उनको गरीबों को उचित रूप से दान दिया जाता था। उन्हें भी एक सफल सैन्य नेता और कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में जाना जाता था।
नाम का अर्थ
जेमिरा (Zemira) का अर्थ है "गाना" या "संगीत".
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
पहली बार उल्लेख
1 Chronicles 7:8
बाइबल में उपस्थिति
1 उल्लेख
हेब्रू में
זמירה