जानोआ की कहानी

जैनोआ एक बाइबिलीय पात्र थे जिनका उल्लेख इतिहास की पुस्तक में किया गया था। उनके पिता का नाम रहोबोआम था, जूदा के तीसरे राजा, और उनके दादा का नाम राजा सुलेमान था। उनके दो भाइयाँ भी थे, अबिजाह और अटाई। जैनोआ को जूदा के पहाड़ी क्षेत्र में एक नगर का संस्थापक के रूप में सबसे अधिक जाना जाता था। उन्होंने नगर का नाम अपने नाम पर जैनोआ रखा। उन्होंने नगर के चारों ओर एक दीवार बनाई और इसे मज़बूत बनाया। जैनोआ क्षेत्र में एक नेता थे और उनकी बुद्धिमत्ता और न्याय के लिए जाना जाता था। उनकी दानशीलता और अतिथि-सत्कार के लिए भी उन्हें जाना जाता था। वह जूदा के लोगों के लिए एक महान मित्र थे और उनके लिए सम्मानित थे। जैनोआ जूदा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पात्र थे और उनकी नेतृत्व और बुद्धिमत्ता के लिए याद किया जाता है। उनकी दानशीलता और अतिथि-सत्कार के लिए भी उन्हें याद किया जाता है। वह एक ऐसे नेता का उदाहरण है जिन्होंने अपने लोगों के प्रति समर्पित थे और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया।
नाम का अर्थ
जानोअह - यह नाम "रिक्त" या "अस्वीकृत" का अर्थ होता है।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
पहली बार उल्लेख
Joshua 15:34
बाइबल में उपस्थिति
5 उल्लेख
हेब्रू में
זנוח