साइमन द जीलट की कहानी

साइमन द जीलॉट ईसा मसीह के बारह अपोस्तलों में से एक थे। उन्हें साइमन द कैनानी, साइमन द केननाइट, और साइमन द जीलस के नाम से भी जाना जाता था। उनके पिता का नाम जोनास था, और उनके भाई जेम्स और जॉन थे। वे एक मछुआरा थे और संभावित रूप से बेथसैदा नामक शहर से थे। साइमन ईसा के प्रशिक्षणों के लिए एक कटिबद्ध अनुयायी थे और उन्हें उनकी उत्साहभरी भावना के लिए जाना जाता था। उनमें से कुछ में उसे मसीह मानने का पहला अवसर मिला और वह एक निष्ठावान शिष्य था। उन्होंने लास्ट सपर में उपस्थित थे और वे उनमें से केवल कुछ ही थे जो उसके संग उसकी सुलगनी के दौरान ठहरे। साइमन को ईसा के बारह अपोस्तलों में से एक के रूप में उनकी सर्वोत्कृष्ट भूमिका के लिए जाना जाता है। वह ईसा का कटिबद्ध अनुयायी था और उनके उपदेशों के प्रति समर्पित था। उनके उत्साह और उत्साह के लिए भी उनको जाना जाता था, और उनमें से कुछ में उसे मसीह मानने का पहला अवसर मिला। वह अपने अटल विश्वास और ईसा के प्रति वफादारी के लिए याद किया जाता है।
नाम का अर्थ
कट्टरवादी
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
हेब्रू में
שמעון הקנאי