शेमूएल की कहानी

शेमूएल एक धार्मिक चरित्र थे जिन्हें उनकी भूमिका के लिए सबसे अधिक जाना जाता है जिसे इजराइल के नबी और न्यायाधीश के रूप में। वे एल्कानाह और हन्नाह के पुत्र थे, और एलिह्यू और एलाइ के छोटे भाई थे। वे 11वीं सदी ईसा पूर्व में जन्मे थे और रामाह शहर में पाल बढ़ा। शेमूएल इस्राइल के एक नबी और न्यायाधीश थे, और उन्हें उनकी बुद्धिमत्ता और न्याय के लिए जाना जाता था। वे इस्राइल के न्यायाधीशों में अंतिम थे, और उन्होंने इस्राइल के पहले दो राजाओं, साउल और दाऊद को सम्राट के रूप में चुनने का जिम्मा संभाला था। उन्होंने बाइबल में न्यायाधीश और शेमूएल की पुस्तकें लिखने का भी जिम्मा संभाला था। शेमूएल को इस्राइल में साम्राज्य की स्थापना में अच्छे प्रमुख और नबी के रूप में जाना गया। उन्होंने साउल और दाऊद को पहले दो इस्राइल के राजाओं के रूप में चुनने का जिम्मा पाला था। उन्होंने बाइबल में न्यायाधीश और शेमूएल की पुस्तकें भी लिखी जिन्हें इस्राइल के इतिहास के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में माना जाता है। इस्राइल के साम्राज्य की स्थापना में उनकी भूमिका के लिए शेमूएल को सबसे अधिक जाना जाता है। वे अपनी बुद्धिमत्ता, न्याय और इस्राइल में साम्राज्य की स्थापना में उनका योगदान के लिए याद किए जाते हैं।
नाम का अर्थ
शेमुएल का अर्थ हिंदी में "ईश्वर ने सुना है" या "ईश्वर द्वारा सुना हुआ" है।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
पहली बार उल्लेख
Numbers 34:20
बाइबल में उपस्थिति
3 उल्लेख
हेब्रू में
שמואל