शेमैया की कहानी

शमैयाह थे एक नबी थे बाइबिल में। उनके पिता का नाम रेकाब था, जो केनाइट कौम के वंशज थे। उनके समय में जेरुसलम के गिरने जौरी होने वाली घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्हें भगवान द्वारा उत्तरदायित्व दिया गया कि वह यहूदा के राजा यहोयाकिम को जेरुसलम के नाश होने की खबर सुनाएं। उन्होंने यहूदा के लोगों को भी चेताया कि वे पश्चाताप करें और अपनी मूर्तिपूजा छोड़ें। शमैयाह ने जेरुसलम में रहने और मिट न करने के लिए उसे साहस देने के लिए यहेर्मयाह के पास भी भगवान द्वारा भेजा गया। उन्हें उस समय के झूठे नबियों के विरुद्ध भविष्यवाणियाँ करने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने यहूदा के लोगों को चेताया कि झूठे नबियों की बातें ना सुनें जो शांति और समृद्धि का भविष्यवाणी कर रहे थे। उन्होंने उन्हें उनकी मूर्तिपूजा और भगवान के अविनीतता और अनुशासन के परिणामों की भी चेतावनी दी। शमैयाह ने यहूदा लोगों को जेरुसलम के नाश होने की सूचना देकर उन्हें पश्चाताप करने और अपनी मूर्तिपूजा छोड़ने की सीख दी। पर उनकी चेतावनियां सुनी नहीं गई और जेरुसलम नष्ट हो गया।
नाम का अर्थ
शमैयाह का अर्थ है "परमेश्वर ने सुन लिया है" या "यहोवा सुनता है"।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
Role
पदभार: भविष्यवक्ता
पहली बार उल्लेख
1 Kings 12:22
बाइबल में उपस्थिति
39 उल्लेख
हेब्रू में
שמעיה