पॉल की कहानी

पौल भारी नाम है शुरुवाती क्रिश्चियन चर्च की इसमें। उन्होंने जन्म तार्सुस में, आज के तुर्की के उस शहर में पाया था, उनके माता-पिता यहूदी थे। उनकी कम से कम एक बहन भी थी, जिनका नाम ड्रुसिला था। पौल एक रोमन नागरिक थे, और उन्होंने जेरूसलम में शिक्षा प्राप्त की थी। पौल को उनके प्रचारक सफरों के लिए सर्वश्रेष्ठ जाना जाता है, जिनमें उन्होंने पैमाने पर युरोपीय क्षेत्र में क्रिश्चियनिता का सन्देश फैलाया। उन्होंने कई पत्र शुरुवाती क्रिश्चियन सभाओं को लिखे, जो अब नया नियमावली का हिस्सा हैं। उन्होंने रोमियों की पुस्तक भी लिखी, जो बाइबल की सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकों में से एक है। पौल को उनके विश्वासों के लिए कई बार गिरफ्तार किया गया, और आखिरकार उन्हें रोमन सरकार द्वारा सुनाई पड़ी। उन्हें शुरूआती चर्च के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक के रूप में याद किया जाता है, और उनकी रचनाएँ आज भी अध्ययन और चर्चा की जाती हैं।
नाम का अर्थ
छोटा या विनम्र
नाम की उत्पत्ति
Latin
Role
पौल: प्रेरित
पहली बार उल्लेख
The Acts of the Apostles 13:7
बाइबल में उपस्थिति
159 उल्लेख
हेब्रू में
פול