काना की कहानी

कानाह एक बाइबली चरित्र थे जिनका उल्लेख न्यायाधीशों की पुस्तक में हुआ है। वे एफ्रायिम के पुत्र और जोसफ के पोते थे। उनके दो भाई थे, शुथेलाह और तहान। कानाह को सबसे अधिक एफ्रायिम और मनसेह के जनजातियों के बीच एक युद्ध के स्थल के रूप में जाना जाता है। यह युद्ध एक कुंआँ की स्वामित्व को लेकर विवाद के बारे में लड़ा गया था। एफ्राइमितों को हराया गया और कुंआँ मनसेहितों को दिया गया। कानाह का उल्लेख यहोशू की पुस्तक में भी अशेर जनजाति के क्षेत्र में एक शहर के रूप में है। यह भूलहर जलसमुद्र के निकट स्थित था और इसे अशेर जनजाति को दी गई भूमि का एक हिस्सा माना जाता था। कानाह का उल्लेख इतिहास की पुस्तक में भी मनसेह जनजाति के क्षेत्र में एक शहर के रूप में किया गया है। यह जोर्डन नदी के निकट स्थित था और इसे मनसेह जनजाति को दी गई भूमि का एक हिस्सा माना जाता था। कानाह को सबसे अधिक एफ्रायिम और मनसेह के जनजातियों के बीच एक युद्ध के स्थल के रूप में जाना जाता है। यह युद्ध एक कुंआँ की स्वामित्व को लेकर विवाद के बारे में लड़ा गया था। एफ्राइमितों को हराया गया और कुंआँ मनसेहितों को दिया गया। इसलिए इस युद्ध को दोनों जनजातियों के बीच के प्रतिद्वंद्विता का प्रतीक माना जाता है और यह इस्राइलियों के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
नाम का अर्थ
कनाह का मतलब है "रीड" या "स्टॉक"।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
पहली बार उल्लेख
Exodus 6:24
बाइबल में उपस्थिति
23 उल्लेख
हेब्रू में
יָמִינָה