जूडिथ की कहानी

जूडिथ एक बाइबिलीय किरदार हैं जिनको अपने लोगों को अश्शुर भारतीय सेना से बचाने के शूरवीर काम के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। वह मेरारी की बेटी थीं, एक यहूदी नेता, और एक आदमी ओजीआस की बहन थीं। जूडिथ एक सुंदर और धार्मिक महिला थीं जो भगवान की भक्ति में निवृत्त थीं। जब अश्शुर भारतीय सेना ने उसके शहर को धमकियां दी, तो जूडिथ ने अपने लोगों को बचाने के लिए एक योजना बनाई। उन्होंने अपनी सजीव वस्त्र पहन कर अश्शुरी सेनाध्यक्ष होलोफेर्नी कैंप पहुंचीं। उन्होंने अपनी सुंदरता और होशियारी से उसे लुभाया और आखिरकार उसे अपने कैंप में रुकने के लिए राजी कर दिया। रात में, जूडिथ ने होलोफेर्नी के शिविर में घुसकर उसका सर उतार दिया। फिर उसने उसका सिर अपने शहर ले जाकर अपने लोगों के सामने प्रस्तुत किया। इस बहादुरी और साहस से अपने लोगों को अश्शुर भारतीय सेना से बचाने वाले कार्य ने जूडिथ को एक नायिका बना दिया। जूडिथ को उसके साहस और भगवान में विश्वास के लिए याद किया जाता है। यह एक उदाहरण है कि एक व्यक्ति कैसे खतरे से अपने लोगों को बचा सकता है और उन्हें कैसे बचा सकता है।
नाम का अर्थ
जूडिथ का हिंदी अर्थ है "यहूदा की महिला" या "प्रशंसनीय".
नाम की उत्पत्ति
हिब्रूअवorig
पहली बार उल्लेख
Genesis 26:34
बाइबल में उपस्थिति
1 उल्लेख
हेब्रू में
יהודית