जोआश की कहानी

जोएश एक बाइबिलीय पात्र थे जो 40 वर्ष के लिए यहूदा के राजा थे। वह अहजैयाह के पुत्र और जेहोराम के पोते थे। उन्होंने सात वर्ष की आयु में राजा बनने की महामारी पाई और उस समय उन्होंने चालू रहा जब उन्हें सत्ता से उठाया गया उनकी हत्या 47 वर्ष की आयु में हुई। उनको उनके धार्मिक सुधारों और यरूशलम के मंदिर की पुनर्स्थापना के लिए जाना जाता था। उनके प्रमुख धार्मिक सुधार व यरूशलम के मंदिर की पुनर्निर्माण के लिए जाना जाता है। उनके द्वारा अनिवार्यता और अव्यवत्रित देवताओं के अग्निकुण्डों के विनाश की भी बहाना हो। उनको उनके धार्मिक सुधारों और यरूशलम मंदिर की पुनर्निर्माण के लिए सराहाय हुआ। उन्हें अम्मोनियों और ऐडमीयों विरुद्ध उनकी सैन्य सफलताएं के लिए भी जाना गया। उन्होंने यरूशलम के मंदिर में अपने सेवकों द्वारा हत्या हो गई। जोएश के कोई भाई-बहन नहीं थे। उनके पिता, अहजैयाह, जेहोराम के पुत्र और जेहोशाफात के पोते थे। उनकी मां का नाम बाइबिल में उल्लेख नहीं है।
नाम का अर्थ
जोअश: यह नाम यहूदी संस्कृति से है और बाइबिल में पाया जाता है। इसका आम रूप से अर्थ होता है "यहवे ने दिया है" या "भगवान ने दिया है"।
नाम की उत्पत्ति
यहूदी
Role
राजा (King)
पहली बार उल्लेख
Judges 6:11
बाइबल में उपस्थिति
43 उल्लेख
हेब्रू में
יואש