हदस्साह की कहानी

हदस्साह बाइबली काल्पनिक पुरातन नाम है। वह मोरडेकाई की बेटी और एस्तेर की चचेरी थी। यह भी एस्तेर के रूप में जानी जाती थी, जिसका मतलब हेब्रू भाषा में "तारा" है। हदस्साह सुसा, पर्श जनपद में जन्मी थी और जब बाबिलोनी ने नगर पर विजय प्राप्त की थी, तो उसे कैद कर लिया गया था। उसे उसकी चचेरी मोरडेकाई ने अपना बनाया, जिसने उसे अपनी बेटी के रूप में पाला। हदस्साह को पर्श राजा अहश्वेरोश ने अपनी रानी बनाने के लिए चुना। उसे महल में लाई गई सुंदर युवतियों के समूह से चुना गया था। उसे उसकी सुंदरता और समझदारी के कारण चुना गया था। हदस्साह अपने साहस और अपने लोगों के प्रति निष्ठा के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध थी। उसने पर्श के प्रमुख मंत्री हामान की शैतानिक योजनाओं से यहूदी लोगों को बचाने के लिए अपनी जान को खतरे में डाल दिया। उसने हामान की साजिश को राजा को बता दिया और अपने लोगों को विनाश से बचाया। हदस्साह अपने साहस और परमेश्वर के प्रति वफादारी के लिए याद की जाती है। वह परमेश्वर के लोगों के प्रति साहस और वफादारी का उदाहरण है। उसकी कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा है और विश्वास और साहस की शक्ति की एक याद दिलाने वाली बात है।
नाम का अर्थ
हदस्साह का हिंदी अर्थ है "मेरा पन्नी वृक्ष"।
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
पहली बार उल्लेख
Esther 2:7
बाइबल में उपस्थिति
1 उल्लेख
हेब्रू में
הדסה