देमास की कहानी

देमास नये वसियात में प्रेरित पौलुस के साथी थे। वे अपने पतितता, या ईसाई धर्म को छोड़ने के लिए सबसे अधिक जाने जाते हैं। उनका उल्लेख पौलुस के कई पत्रों में होता है, जिसमें कॉलोसियन, फिलेमोन, और 2 तिमोथी शामिल है। देमास का जन्म पहली शताब्दी ईसवी में हुआ था, और उनके माता-पिता का पता नहीं है। उनके कोई ज्ञात भाई-बहन नहीं थे। वे पौलुस के मिशनरी यात्राओं के दौरान उनके साथी थे, और पौलुस के कई पत्रों की लिखावट में मौजूद थे। देमास को उनके पतितत्व के लिए सबसे अधिक जाना जाता है, जिसका उल्लेख 2 तिमोथी 4:10 में किया गया है। इस पाठ में पौलुस खेद व्यक्त करते हैं कि देमास ने उन्हें छोड़ दिया था और उन्होंने वर्तमान दुनिया को प्यार करने का चयन किया था। यह देमास के पतितत्व का एकमात्र उल्लेख है, और यह मालूम नहीं है कि उन्होंने धर्म को छोड़ने के लिए क्या कारण था। देमास नये वसियात में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व हैं, क्योंकि उनके पतितत्व अन्य ईसाईयों के लिए एक चेतावनी के रूप में काम करता है कि वे प्रभु के प्रति वफादार रहें। उनकी कहानी यह याद दिलाती है कि यहां तक कि जो लोग प्रभु के करीब रहे हैं वे भी उससे मुंह मोड़ सकते हैं।
नाम का अर्थ
लोकप्रिय (Lokpriya)
नाम की उत्पत्ति
यूनानी
पहली बार उल्लेख
Colossians 4:14
बाइबल में उपस्थिति
3 उल्लेख
हेब्रू में
דמאס