बेथेल की कहानी

बेथेल एक धार्मिक चरित्र है जिसे जैकब का सीढ़ी की कहानी में अच्छी तरह से जाना जाता है। उनका जन्म जेबुलुन और लिया के लिए की गयी था, और इसके बाद वे कानान भूमि में जन्मे थे। बेथेल का अहम योगदान जैकब के सपने में था जिसमें उन्होंने आसमान की ओर पहुंचने वाली सीढ़ी देखी थी। इस सपने में, एंजल ऊपर और नीचे उतर रहे थे। जैकब को जब यह सपना आया तो उन्होंने एक पत्थर का स्तंभ स्थापित किया और स्थान का नाम 'बेथेल' रखा, जिसका अर्थ है "परमेश्वर का घर"। बेथेल को आईज़ाक की बाँधन की कहानी में भी माना जाता है। बाइबिल के अनुसार, बेथेल वह स्थान था जहाँ अब्राहम ने इसहाक को प्रण च ित किया था। अब्राहम अपने पु त्र का बल देना चाह रहा था जब एक एंजल आकर उन्हें रोक दिया। फिर अब्राहम ने इस स्थान का नाम 'बेथेल' रखा, जो अर्थ में "परमेश्वर का घर" होता है। बेथेल को इस स्थान पर एग्जोडस की कथा में भी मानया जाता है। बाइबिल के अनुसार, यहाँ मूसा और इस्राएलियों ने बादेश से निकलकर ठहराव पाया था। यही वह स्थान था जहाँ मूसा ने प्रभु से दस आज्ञाएं प्राप्त की थी। बेथेल बाइबिल में एक महत्वपूर्ण चरित्र है और उन्हें जैकब की सीढ़ी, इसहाक की बाँधन और एग्जोडस की कथाओं में उनका योगदान के लिए याद किया जाता है। वे जेबुलुन और इश्माएल के पु त्र थे, और यह कानान भूमि में जन्मे गए १२ पु त्रों में सबसे पहले थे। बेथेल को उनके इन महत्वपूर्ण कथाओं और भगवान पर उनके आस्था के लिए याद किय ा जाता है।
नाम का अर्थ
भागवान का घर
नाम की उत्पत्ति
हिब्रू
Role
पदधारक: .
पहली बार उल्लेख
Genesis 12:8
बाइबल में उपस्थिति
61 उल्लेख
हेब्रू में
ביתאל